सांसो के सिलसिले को ना दो जिंदगी का नाम
जीने के बावजूद भी मर जाते है कुछ लोग
बहुत नजदीक से गुजरे वो बेखबर बनकर
कल तलक साथ थे जो मेरे हमसफर बनकर
ऐ जिंदगी हमे तुझसे तमन्ना कब है
अब तो इस हाल पे जीते हैं के मारना कब है
ये घड़ी-घड़ी कुरेद कर दिल दुखाती हो मेरा
एक बार जान लेके किस्सा ख़त्म क्यूँ नही करती
गुजर जाऊँगा यूँ ही किसी लम्हे सा
और तुम वक़्त में उलझी रहना
उस बेवफा ने मेरा ख़त बड़ी बेदर्दी से फाड़ा
मेरे शब्दों की हिचकियां मेरे दरवाजे तक आई
बुरा हमेशा वही बनता हे,
जो अच्छा बनके टूट चूका होता हे.
Neend Bhi Nilaam Ho Jaati Hai Baazaar e Ishq Mein
Itna Aasan Nahi Hai Kisi Ko Bhula Kar So Jaana
ख़ता ये नहीं कि उसने भूला क्यों दिया
सवाल ये है कि वो मुझे अब याद क्यों है
अंदर कोई झांके तो टुकड़ो में मिलूंगा मैं
यह हँसता हुआ चेहरा तो ज़माने के लिए है
लो तुम रख लो ये दिल
सीने में बहुत चुभता है अब
तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम.
प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे..
कर कुछ मेरा भी इलाज ऐ हकीम-ए-मोहब्बत
जिस दिन उसकी याद नहीं आती सोया नहीं जाता
ये नज़रें तो किसी को देखना ही नहीं चाहती ,
तो दिल में कैसे बसाएंगी किसी को ,
Bharosa Dua Wafa Khawab Maan Mohabbat
Kitne Naam on Mein Simte Ho Sirf Ek Tum
बड़ी मुश्किल से बना हु टूट जाने के बाद
मैं आज भी रो देता हु मुस्कुराने के बाद
जिन्दगी में दो चीजें कभी मत कीजिए
झूठे आदमी के साथ प्रेम और सच्चे आदमी के साथ गेम
ये जो उम्मीदें है मीठे जहर की माफ़िक़ है
या तो मर ही जाती है या फिर मार देती है
मानना पड़ेगा मेरी वाली छुपन छुपाई में माहिर है
बरसों से ढूंढ रहा हु अभी तक नही मिली
Nahi Ishq Ka Dard Lazzat Se Khaali
Jissay Zouq Ha Wo Maza Janta Hai
